ज़िन्दगी में कुछ गम जरुरी है वर्ना खुदा को कौन याद करता
मिलता नसीब चाहने से तो खुदा से फरियाद कौन करता
होता सुकून हर निगाह में तो खुदा का दीदार कौन करता